अज़ान और भगवती जागरण वाली बहस के बीच लाउडस्पीकर की रणभूमि बना मेरा गाँव
अज़ान और भगवती जागरण वाली बहस के बीच लाउडस्पीकर की रणभूमि बना मेरा गाँव जो तस्वीर मैंने अभी सबसे पहले लगाई है, उसे देखकर...
अज़ान और भगवती जागरण वाली बहस के बीच लाउडस्पीकर की रणभूमि बना मेरा गाँव जो तस्वीर मैंने अभी सबसे पहले लगाई है, उसे देखकर...
हाल फ़िलहाल में बहुत कम ऐसे लोग मिलते हैं जिन्हें देखते ही पहली नज़र में महसूस होता है कि वो इन्सपिरेशनल हैं, जिनकी कहानी...
“बड़ों को संदेश देती मधुबनी की सातवीं क्लास की कवयित्री” कई बार कविता के बोल मज़बूत होते हैं और कविता पढ़ने का तरीक़ा भी।...
हर साल की बहस होती है सोशल मीडिया पर, वैलेंटाइन या नो वैलेंटाइन। पर असल में क्या उस बहस की ज़रूरत है ? ख़ैर...
पहले की तस्वीरें युग-युगांतर की मानी जाती थीं, या कमसेकम दिखती थीं, मोटे मोटे बख़्तरबंद एलबम में। आजकल होता ये है कि एक तस्वीर...
( * शुरू में ही बता दूं कि हो सकता है आगे लिखी बातों के बारे में आपको पहले से जानकारी हो, लेकिन मुझे पता नहीं...
( सबसे पहले ज़ेहन में एक शीर्षक आया “द मौंक हू ड्रोव हिज़ एक्सयूवी – उस किताब से प्रेरित होकर जो मैंने पढ़ी नहीं...
by Kranti Sambhav · Published July 31, 2016 · Last modified February 14, 2017
पहले की तस्वीरें युग-युगांतर की मानी जाती थीं, या कमसेकम दिखती थीं, मोटे मोटे बख़्तरबंद एलबम में। आजकल होता ये है कि एक तस्वीर...
Recent Comments