कई साल बाद जब मैं गाँव गया …पार्ट -२
“बड़ों को संदेश देती मधुबनी की सातवीं क्लास की कवयित्री”
कई बार कविता के बोल मज़बूत होते हैं और कविता पढ़ने का तरीक़ा भी। पर कई बार बोल दृढ़ होते हैं पर पढ़ने का तरीक़ा अलग। तो अपने गाँव पिलखवाड़ में एक मासूम तरीक़े से पढ़ी गई ये कविता आपसे बांटता हूँ। सातवीं क्लास की शैलजा कुमारी ने ये लिखी भी और पढ़ी भी।
Recent Comments