कई साल बाद जब मैं गाँव गया …पार्ट -२
“बड़ों को संदेश देती मधुबनी की सातवीं क्लास की कवयित्री” कई बार कविता के बोल मज़बूत होते हैं और कविता पढ़ने का तरीक़ा भी।...
“बड़ों को संदेश देती मधुबनी की सातवीं क्लास की कवयित्री” कई बार कविता के बोल मज़बूत होते हैं और कविता पढ़ने का तरीक़ा भी।...
पार्ट-1 :“स्टॉपओवर पटना- अपने गृहनगर में टूरिस्ट” मेरा गाँव पटना के पास नहीं। पटना से दूर है। लगभग एक सौ सत्तर-अस्सी किलोमीटर दूर, मधुबनी...
पहले की तस्वीरें युग-युगांतर की मानी जाती थीं, या कमसेकम दिखती थीं, मोटे मोटे बख़्तरबंद एलबम में। आजकल होता ये है कि एक तस्वीर...
( * शुरू में ही बता दूं कि हो सकता है आगे लिखी बातों के बारे में आपको पहले से जानकारी हो, लेकिन मुझे पता नहीं...
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