हर जान की क़ीमत बराबर नहीं होती …
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
ताज़ा शोध बता रहा है कि अब जो नए मुद्दे आ रहे हैं वो परजीवी नहीं रहे, स्वावलंबी हो गए हैं। वो रेडीमेड उठे...
Blog / English / social media
by Kranti Sambhav · Published August 22, 2017 · Last modified August 28, 2017
The first thing which I learned from Sarahah is about Post-Truth. Not the word of the year 2016 -Post-truth, but our new age belief...
फ़ेसबुक आज के युग का बोधि वृक्ष है इस पर तो किसी को आपत्ति हो नहीं सकती है और अगर है भी तो कौन...
Blog / satire / social media
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 14, 2017
हरेक आहट पर लगता है कि तुम हो। हर नोटिफ़िकेशन के साथ भी ऐसा ही लग रहा है मुझे। व्हाट्सऐप मेरा फ़्रेंड-फ़िलॉसफ़र-गाईड है। व्हाट्सऐप...
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified February 14, 2017
हम सभी कहीं और थे। वहाँ नहीं जहाँ होना चाहते थे। वहां जहाँ होना पड़ रहा था। मजबूरी थी। जहां सबकुछ मनमुताबिक नहीं ।...
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