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हर जान की क़ीमत बराबर नहीं होती …

हमारी उत्सुकताओं का सरोकार  कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...

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मुद्दों को उठाने की ज़रूरत नहीं अब, मुद्दे अब उठे-उठाए आते हैं।

ताज़ा शोध बता रहा है कि अब जो नए मुद्दे आ रहे हैं वो परजीवी नहीं रहे, स्वावलंबी हो गए हैं। वो रेडीमेड उठे...

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What did I learn about Facebook after joining Sarahah ?

The first thing which I learned from Sarahah is about Post-Truth. Not the word of the year 2016 -Post-truth, but our new age belief...

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राहुल गाँधी को संन्यास लेने के लिए क्यों नहीं धकेल रहा सोशल मीडिया ?

फ़ेसबुक आज के युग का बोधि वृक्ष है इस पर तो किसी को आपत्ति हो नहीं सकती है और अगर है भी तो कौन...

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सॉफ़्ट स्टेट से हार्ड स्टेट बनने का व्हाट्सऐप वीडियो आया क्या ? 

हरेक आहट पर लगता है कि तुम हो। हर नोटिफ़िकेशन के साथ भी ऐसा ही लग रहा है मुझे। व्हाट्सऐप मेरा फ़्रेंड-फ़िलॉसफ़र-गाईड है। व्हाट्सऐप...

एक चलता फिरता पेंडिग फ़्रेंडशिप रिक्वेस्ट हूँ मैं … 0

एक चलता फिरता पेंडिग फ़्रेंडशिप रिक्वेस्ट हूँ मैं …

हम सभी कहीं और थे। वहाँ नहीं जहाँ होना चाहते थे। वहां जहाँ होना पड़ रहा था। मजबूरी थी। जहां सबकुछ मनमुताबिक नहीं ।...

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