मोटरसाइकिल-म्यूज़िक-कार-बेकार इत्यादि मुद्दों पर क्रांतिकारी Blog

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एकांकी : ये कैसा यज्ञ, ये कैसी आहुति जजमान । 

सबकी आँख पनियाई हुई है। सब ढों-ढों करके खांस रहे हैं। तीन-चार निपट लिए हैं, फर्श पर लोट रहे हैं। महिलाएं साड़ी से मुँह...

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हिपोक्रेसी डेमोक्रेसी – प्रदर्शनीय और दर्शनीय

 एक लाइन बार बार सुनते थे कि गुरू और अभिभावक जो कहें वो करो, जो करें वो मत करो। दरअसल हिप्पोक्रैसी हमारी डेमोक्रेसी का...

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हे प्रभु, बुलेट ट्रेन पर आशंका बढ़ती जा रही है…

भारत जैसे पाखंडी देश में किसी भी मुद्दे पर शोध करना, जानकारी इकट्ठा करना, संवाद करके, अलग-अलग विचारों को सुनना, अपनी धारणा बनाना किसी...

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देशभक्ति, एटीएम, नोटबंदी, सोशल मीडिया और फ़ुटबॉल में लुधकने का महात्म

स्कूल में खेले जाने वाले फ़ुटबॉल की याद आ रही थी। ये आमतौर पर ज़्यादा होने लगा है आजकल, कि तजुर्बे या उदाहरण से...

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छलकाए “जाम” गुरुग्राम

“अब कोई भी घटना इतनी निरपेक्ष भी नहीं हो सकती है, अलग अलग भी नहीं, एक दूसरे से सबका संबंध होता है. हर एक...

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गुड समैरिटन लॉ : क्या अब सही ट्रैक पर आ पाएगा रोड सेफ्टी का मिशन…?

दिल्ली के निर्भया रेप कांड में एक मुद्दा ऐसा था, जो मामले की जघन्यता के चलते पृष्ठभूमि में चला गया था… वह मुद्दा था,...

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बारिश में दिल्ली के ड्राइवर बौरा क्यों जाते हैं ?

क्या आप दिल्ली में रहते हैं ? या रहे हैं ? या फिर कभी आते-जाते रहे हैं ? या टीवी न्यूज़ देखते हैं ?...

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भोलेनाथ के नाम खुली चिट्ठी…

डियर भोलेनाथ, हो सकता है कि आप मुझे जानते हों, इसलिए नहीं कि मैं टीवी पर दिखता हूं, इसलिए क्योंकि आप तो ब्रह्मा-विष्णु-महेश में...

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क्या पॉपकॉर्न फ़िल्मों की जान ले रहा है ?

इस सवाल का कोई गहरा मतलब नहीं, पॉपकॉर्न से मेरा मतलब आज की संस्कृति नहीं है और फ़िल्मों की जान ख़तरे में है कोई...

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क्या नया मोटर वेह्किल एक्ट बचा पाएगा जानें ?

नाकाम रही कोशिशें ? सड़क पर सुरक्षा को लेकर पिछले एक-दो साल में कई कैंपेन हमने देखे, कुछेक का तो मैं हिस्सा भी रहा।...

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