क्या रोहित वेमुला देख चुका था कि अंत में डेथ सर्टिफ़िकेट बनाम कास्ट सर्टिफ़िकेट होगा ?
कोई भी विचार या मूल्य जब सार्वजनिक होता है तो फिर ये स्वीकार करना ही होता है कि उसका रूप-स्वरूप क्या रहेगा, क्या जाएगा,...
कोई भी विचार या मूल्य जब सार्वजनिक होता है तो फिर ये स्वीकार करना ही होता है कि उसका रूप-स्वरूप क्या रहेगा, क्या जाएगा,...
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified February 13, 2017
जुमला शाश्वत है। ना उसका ओर है ना अंत। ना वो दिखाई देता है ना सुनाई देता है, उसे सिर्फ़ महसूस किया जा सकता...
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified February 13, 2017
क्या आप कभी प्राइवेट जेट में गए हैं ? छोटे जहाज़ में ? हवाई वाले जहाज़ में ? मैं कभी नहीं गया हूँ ।...
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified February 14, 2017
हम भारतीयों को राजशाही की लत है। जब तक राजशाही की ख़ुराक नहीं मिलती पेट में मरोड़ उठता रहता है, सर घूमता रहता है,...
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified December 18, 2017
वैसे तो बहुत दिनों से मैं सोच रहा था कि एक नई केंद्रीय नीति की मांग करते हुए ब्लैक फौंट में व्हाइटपेपर की बात...
Blog / Politics / satire / social media
by Kranti Sambhav · Published November 1, 2016 · Last modified February 14, 2017
हरेक आहट पर लगता है कि तुम हो। हर नोटिफ़िकेशन के साथ भी ऐसा ही लग रहा है मुझे। व्हाट्सऐप मेरा फ़्रेंड-फ़िलॉसफ़र-गाईड है। व्हाट्सऐप...
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