हर जान की क़ीमत बराबर नहीं होती …
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
हाईपरलूप । ये शब्द आपने हाल में कई बार सुना होगा। अगर नहीं तो ध्यान से सुनिएगा क्योंकि ये एक दिलचस्प कौंसेप्ट है और...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
कभी-कभी लगता है कि हॉलिवुडिया कथाकार त्रिकाल दर्शी होते हैं। मतलब संजय दृष्टि से दो पैकेज एक्स्ट्रा। संजय का तो सिर्फ़ एक पैकेज था,...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
बचपन से ही मैं चाहता था कि मैं बायकॉट करूं। बहुत दिन ललक थी। पर एक्प्रेस नहीं कर पा रहा था। परिस्थितियां मेरी इस...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 14, 2017
मैं उस केंद्रीय विद्यालय को भी नहीं पहचान पाया जिसका वीडियो थोड़े दिनों पहले देखा। बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर से आया था ये वीडियो जिसमें...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
हौंडा ने भारत में अपनी नई अकॉर्ड लौंच कर दी है। कार नई है, डिज़ाइन नया है, लुक भी नया है। और सबसे...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
सबकी आँख पनियाई हुई है। सब ढों-ढों करके खांस रहे हैं। तीन-चार निपट लिए हैं, फर्श पर लोट रहे हैं। महिलाएं साड़ी से मुँह...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
एक लाइन बार बार सुनते थे कि गुरू और अभिभावक जो कहें वो करो, जो करें वो मत करो। दरअसल हिप्पोक्रैसी हमारी डेमोक्रेसी का...
by Kranti Sambhav · Published December 10, 2016 · Last modified February 12, 2017
भारत जैसे पाखंडी देश में किसी भी मुद्दे पर शोध करना, जानकारी इकट्ठा करना, संवाद करके, अलग-अलग विचारों को सुनना, अपनी धारणा बनाना किसी...
दिल्ली के निर्भया रेप कांड में एक मुद्दा ऐसा था, जो मामले की जघन्यता के चलते पृष्ठभूमि में चला गया था… वह मुद्दा था,...
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