Tagged: satire

0

देशभक्ति, एटीएम, नोटबंदी, सोशल मीडिया और फ़ुटबॉल में लुधकने का महात्म

स्कूल में खेले जाने वाले फ़ुटबॉल की याद आ रही थी। ये आमतौर पर ज़्यादा होने लगा है आजकल, कि तजुर्बे या उदाहरण से...

0

छलकाए “जाम” गुरुग्राम

“अब कोई भी घटना इतनी निरपेक्ष भी नहीं हो सकती है, अलग अलग भी नहीं, एक दूसरे से सबका संबंध होता है. हर एक...

%d bloggers like this: