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मासूमियत तो जवानी में होती है, बचपन में कहाँ ? मासूमियत का ही तो क़त्लेआम हो रहा है ।

जवान मासूम है। वो अधेड़ उमर के बहकावे में आ जाता है…जवानी का मन बिना झिझक गाय को माँ मान लेता है, उस माँ...

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