क्या हौंडा अकॉर्ड हाइब्रिड सही वक़्त पर आई है ?
हौंडा ने भारत में अपनी नई अकॉर्ड लौंच कर दी है। कार नई है, डिज़ाइन नया है, लुक भी नया है। और सबसे ख़ास बात ये कि ये है अकॉर्ड का हाइब्रिड अवतार है। कंपनी ने भारत में पहली बार अकॉर्ड के छठे जेनरेशन को उतारा था और कार ने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन के बाद डीज़ल मार्केट में पिछड़ने लगा, फिर कार पुरानी भी पड़ गई थी। पर अब वक़्त बदला है, मार्केट और ग्राहकों की पसंद बदली है तो अब उन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए हौंडा लाई है अकॉर्ड का नवां जेनरेशन। जो पेट्रोल और इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाली हाइब्रिड कार है, और इस नई अकॉर्ड हाइब्रिड की दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत है 37 लाख रुपए।
आप सोचेंगे कि ऐसा क्यों ? अकॉर्ड जिस क़ीमत रेंज में थी उसके डबल में क्यों आ रही है। तो उसकी एक वजह तो ये है कि इसे सीबीयू के रूट से लाया जा रहा है। दूसरी वजह ये है कि इसे कंपनी ने तैयार ही थोड़े और प्रीमियम कस्टमर के लिए किया है, जो आमतौर पर हाइब्रिड गाड़ियां खोजते हैं। वो थ्री सीरीज़, ए ४ या सी क्लास छोड़ कर अकॉर्ड हाइब्रिड ले सकते है। बाक़ी फ़िलहाल पेट्रोल और सीएनजी से चलने वाली हाइब्रिड कारों से ख़ुश रहते हैं। वैसे इस अकॉर्ड का मुक़ाबला जिस कार से फ़िलहाल हो रहा है यानि टोयोटा कि कैम्री हाइब्रिड, उसकी क़ीमत भी अकॉर्ड से तीन लाख के आसपास कम है। ख़ैर।
इस कार में पेट्रोल इंजिन और इलेक्ट्रिक मोटर लगा है, पेट्रोल इंजिन है २ लीटर वाला और इलेक्ट्रिक मोटर कुल मिलाकर लगभग २१२ हॉर्सपावर की ताक़त देते हैं। और ये इस सेगमेंट की कार के लिए अच्छा आंकड़ा है। ये आंकड़ा सड़क पर कैसे तब्दील होता है ये जल्द इसे चलाकर हम बताएंगे।
अकॉर्ड हाइब्रिड में लगे स्पोर्ट हाइब्रिड इंटेलिजेंट मल्टी मोड ड्राइव के तहत कार में तीन अलग अलग पावर के सोर्स काम करते हैं। एक तो है २ लीटर का पेट्रोल इंजिन, और साथ में दो इलेक्ट्रिक मोटर। इन सबके साथ कार तीन मोड में चलती है।
एक तो है EV Drive मोड, जिसमें कार दौड़ती है लीथियम आयन बैट्री से ताक़त लेकर।
फिर है हाइब्रिड ड्राइव मोड। जिसमें पेट्रोल इंजिन अपनी ताक़त जेनरेटर मोटर को देता है, जो उस ताक़त को पहियों तक भेजता है।
तीसरा मोड है इंजिन ड्राइव मोड, जिसमें पेट्रोल इंजिन सीधे पहियों में ताक़त भेजता है।
अब इस हाइब्रिड सिस्टम की बदौलत अकॉर्ड हाईब्रिड २३.१ किमीप्रतिलीटर का माइलेज देती है। अकॉर्ड को प्रीमियम के साथ साथ ईको फ्रेंडली बनाना भी एक प्राथमिकता थी तो इसका माइलेज उससे मेल खाता है।
और इन सबके बीच ब्रेकिंग से मिलने वाली ताक़त का बैट्री रीचार्ज करने में भी इस्तेमाल होता है। कहा जा रहा है कि ये हाइब्रिड सिस्टम मौजूदा हाइब्रिड कारों से काफ़ी अलग है। लंबी दूरी में इसका बाज़ार में प्रदर्शन कैसा होता है देखना होगा। वहीं कार को ज़्यादा प्रीमियम, सुरक्षित और आरामदेह बनाने के लिए हौंडा ने फ़ीचर्स की लंबी लिस्ट लगाई है।ABS, EBD, वेह्किल स्टेबिलिटी असिस्ट ट्रैक्शन कंट्रोल के साथ, ब्रेक असिस्ट, हिल स्टार्ट असिस्ट और छह एयरबैग। वहीं कई ऐंगिल से देखने के लिए कैमरे भी।
इंजिन रिमोट स्टार्ट की भी सुविधा है। ताकि कार में घुसने से पहले ही उसे ठंडा कर सकें। कार में मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए ऐप्पल कार प्ले और एंड्रॉयड ऑटो भी दिया गया है। तीन साल की अनलिमिटेड किमी की वारंटी है और पांच साल की वारंटी हाइब्रिड बैट्री पर है।
तो इस कार को चलाने से पहले ही ये तो कहा जा सकता है कि इस तरह की कार में ग्राहक जो कुछ भी ढूँढते हैं, वो है। भले ही भारत में हाइब्रिड कारों का ज़्यादा मार्केट नहीं है पर ये भी सच है कि ग्राहक भले ही पर्यावरण के बारे में वैसे ना सोचें जैसे विकसित देशों में सोचते हैं लेकिन वो इसकी किफ़ायत और लग्ज़री वाले पैकेज को पसंद करेंगे। ऐसे में यही लग रहा है कि कंपनी के पास पैकेज तो ज़ोरदार है पर इसे भारत में बनाने या असेंबल करके इसकी क़ीमत को नीचे ले आए तो हो सकता है ख़ुद को चकित कर दे।
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