स्कूटरनामा की शुरूआत

मेरा नाम क्रांति संभव है। टीवी पर गाड़ियों का प्रोग्राम करता रहा हूं पिछले बहुत सालों से। शायद यही वजह है कि बहुत से लोगों को लगने लगा है कि मैं गाड़ियों सवारियों का कोई एक्सपर्ट हूं। जबकि सच्चाई ये है कि मैं भी आपके साथ चल रहा हूं, लर्नर लाइसेंस लिए हुए। फ़र्क ये है कि शायद मैं ज़्यादा वक़्त से सीख रहा हूं।
शुरूआत ब्लॉग से की थी लेकिन वो लेआउट काफ़ी सीमित सा हो गया था। और जब गाड़ियों की दुनिया इतनी बढ़ चुकी है, मेरे मन की दुनिया इतनी बढ़ चुकी है, विकल्प इतने बढ़ गए हैं, कन्फ़्यूज़न इतना बढ़ गया है तो फिर आपसे बातचीत के दायरे को भी बढ़ाना ज़रूरी था।
दूसरा मुद्दा ये भी है कि इंटरनेट पर लगातार गाड़ियों, मोटरसाइकिलों से जुड़े एक से एक बेहतरीन वेबसाइट, यूट्यूब चैनल, फ़ोरम और ब्लॉग बनते जा रहे हैं…लेकिन फिर भी हममें से बहुत हैं जिनके सवालों का कोई जवाब नहीं मिल रहा है। वो एक बड़ी कमी लग रही है फ़िलहाल मुझे इंटरनेट पर गाड़ियों से जुड़े कवरेज को देखते हुए। ज़्यादातर रिपोर्ट में सरसरी जानकारियां दी जाती हैं और फिर गाड़ियों को बेचने-ख़रीदने पर बात ख़त्म होती है। या फिर स्टाइलिश वीडियो और फ़ोटो के साथ बहुत से कार्यक्रम वीडियो ब्रोशर जैसे लगने लगे हैं…जो जानकारी तो देते हैं, ढेर सारी देते हैं, लेकिन कई बार नेगेटिव चीज़ें ग़ायब रहती हैं उनंमें…तो आकर्षक होने के बावजूद वो भरोसेमंद नहीं लगते।
वहीं बहुत से प्लैटफॉर्म ऐसे हैं जो गाड़ियों और बाइक्स के फ़ैन्स के लिए सामान तैयार करते हैं, ऐसे दीवाने जिन्हें रिव्यू करने वालों से भी ज़्यादा पता रहता है। कुल मिलाकर लग रहा था कि अभी भी कई सूराख़ या गैप हैं इस पूरे कवरेज में। इसमें बहुत से लोग छूट रहे हैं। मैं कोशिश कर रहा हूं उन सबको साथ लाने की, इस ब्लॉग के ज़रिए। जिसमें टेक्स्ट और वीडियो के ज़रिए कुछ कहने की और कुछ सुनने की कोशिश है। इसीलिए नाम रखा है “स्कूटरनामा”…जिससे मेरी कहानी की शुरूआत हुई थी, हममें से ज़्यादातर की हुई थी मस्त हौले हौले आगे बढ़ती जा रही है…
सीखना हमेशा बहुआयामी रहता है। तो जीवन में जिस भी इलाक़े से ज़्यादा अनुभव मिल रहे हैं वो सब यहां पर बाँटने की सोच रहा हूँ। आप देखकर बताएं कि सही जा रहा हूँ या नहीं।