हर जान की क़ीमत बराबर नहीं होती …
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
हमारी उत्सुकताओं का सरोकार कैसे तय होता है ? तरजीह कैसे मिलती है ? किसको मिलती है ? मौत के तरीक़े से ? मरने वालों की आर्थिक...
नाटकीय मौत नाटकीय हेडलाइन बनाते हैं। सुपरबाइक और सुपरकार से मौत, हेडलाइन को सेंसेशनल बनाते हैं। मुझे हेडलाइन के नाटकीय होने से आपत्ति नहीं,...
सब सीसीटीवी कैमरे के सामने हुआ था, जो बार बार टीवी चैनलों पर देखा गया था । कैसे सड़क पार करता सिद्धार्थ एक बेतहाशा...
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